बबूल के पत्ते का काढ़ा अथवा पत्ते के पेस्ट को तण्डुलोदक के साथ प्रयोग करने से दस्त और पेचिश में फायदा होता है। अधिक मात्रा में गोंद का सेवन गुदा को हानि पहुंचता है। अगर गलती से बबूल का कांटा चुभ जाए तो उसे तुरंत निकाल देना चाहिए। नहीं https://www.youtube.com/watch?v=9xCFfwbF9M8