अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । शारीरिक और मानसिक शुद्धता बनाए रखें, सात्विक भोजन करें, और सत्य का पालन करें। शनिवार के दिन पीपल के मूल में बैठकर दस हजार जप करने से भौतिक रोग तथा अभिचारिक कर्म समाप्त होते हैं। श्मशान में रक्षा बन्धन करते हुए आग्नेय कोण में https://vashikaran41738.bloggin-ads.com/55655798/5-simple-statements-about-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-explained